भारतीय फौज ने जिस तरह से पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर जाकर सर्जीकल स्ट्राइक किया पाकिस्तान को एक सख्त जवाब मिल गया | साथ ही उनलोगों की बोलती बंद हो गई जिन्होंने उड़ी हमले में शहीद होनेवाले जवानों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने के बजाय इस दुखद घटना को नरेन्द्र मोदी पर हमला करने के सुनहरे अवसर के रुप मे लिया था |
उड़ी हमले के बाद कुछ लोगों ने बडी भाषणबाजी
की , ये वही लोग थे जिनका अपना कोई नाते - रिश्तेदार या फिर दुर दुर तक के नाते - रिश्तेदार सेना मे नही होता है | ये वही लोग है जो अपने बच्चों को दस बीस कमाण्डो के बीच सुरक्षित क्षेत्रों मे रखते है | ये क्या समझेंगे शहीदों के सम्मान को |
खैर जो भी हुआ दस दिनों के बाद ही सही सेना ने अपने उपर हुए हमले का जवाब अपने तरीके से दे दिया | आज देशवासियों को खुशी है , उनका सर गर्व से उचाँ हो गया है | और आज प्रत्येक भारतीय ताल ठोंक के कह रहा है की - हाँ मेरी छाती छप्पन ईचँ की है |
Thursday, September 29, 2016
जवाब - शहादत और सियासत का
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